Table of Contents
Aadhar Card क्या होता है ?
Aadhar Card For Handicapped – आधार कार्ड में जो आधार नंबर होता है वो 12 अंको की संख्या है, जिसे UIDAI के द्वारा Verification Process पूरा होने के बाद भारत के निवासियों को जारी किया जाता है। कोई भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी उम्र और लिंग का हो, जो भारत का निवासी है, आधार नंबर लेने के लिए स्वेच्छा से एनरोल कर सकता है।
Enrollment करने वाला व्यक्ति को Enrollment Process के लिए Biometric और Minimal Demographic जानकारी प्रदान करनी होगी। ये Enrollment Process पूरी तरह से निशुल्क है।
व्यक्ति को सिर्फ एक बार आधार के लिए एनरोल करने की जरूरत है और उसके बाद सिर्फ एक बार आधार जेनरेट होगा , आधार नंबर ऑनलाइन, किफायती तरीके से “Verifiable” है , ये नकली और डुप्लीकेट पहचान को ख़तम करने के लिए, सरकारी की कल्याणकारी योजनाओ में पारदर्शिता लाने के लिए आधार कार्ड को प्राइमरी पहचानकर्ता के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
ये विश्व स्तर पर अपनी तरह का एकमात्र कार्यक्रम है, जिसमे लोगों को इतने बड़े पैमाने पर एक अत्याधुनिक Digital और Online ID मुफत में प्रदान किया जाता है, आधार नंबर किसी भी Intelligence से रहित है और जाती, धर्म, आय, स्वस्थ और भूगोल के आधार पर लोगों को प्रोफाइल नहीं करता। आधार नंबर पहचान का प्रमाण है, हालांकि यह आधार धारक के संबंध में नागरिकता या अधिवास का कोई अधिकार प्रदान नहीं करता है।
आधार समाजिक और Financial समावेश के लिए एक रणनीतिक निति उपकरण है। इसका उदेश्य सावर्जनिक क्षेत्र के वितरण में सुधार, Financial बजट को मैनेज करना, सुविधा बढ़ाना और परेशानी मुक्त जन केंद्रित सरकार को बढ़ावा देना। आधार का उपयोग “Permanent Financial Address” के रूप में किया जा सकता है।
ये वंचित और कमजोर वर्गों के फाइनेंसियल समावेश की सुविधा प्रदान करता है। इसलिए ये न्याय और बराबरी का एक उपकरण है। आधार पहचान मंच डिजिटल के प्रमुख स्तंभों में से एक है जिसमे देश के हर एक निवासी को विशिष्ट पहचान प्रदान की जाती है।
Aadhar Card for Handicapped के क्या – क्या लाभ है ?
One Aadhar Card for Handicapped
आधार एक अनोखी संख्या है, और किसी व्यक्ति के पास इसका Duplicate नंबर नहीं हो सकता क्योंकि यह उनके Biometric से जुड़ा होता है। आधार आधारित पहचान के माध्यम से Duplicate और नकली पहचान को समाप्त करके होने वाली बचत से सरकारें अन्य पात्र निवासियों को लाभ का विस्तार करने में सक्षम होगी।
Inclusion of those without any Existing Identity Document
गरीब और हाशिये के निवासियों तक लाभ पहुंचाने में समस्या ये है की उनके पास अक्सर पहचान दस्तावेजों की कमी होती है जिनकी राज्य में लाभ प्राप्त करने में आवश्यकता होती है। UIDAI के द्वारा “Introducer” सिस्टम को डाटा वेरिफिकेशन के लिए मंजूरी दी गयी है जो ऐसे निवासियों को सक्षम बनाएगी।
Electronic Benefits Transfer
UID- Enable Bank Account Network निवासियों को आज लाभ से जुडी भारी लागतों के सीधे लाभ प्रदान करने के लिए एक सुरक्षित और कम कीमत वाली प्लेटफार्म की पेशकश करेगा , मौजूदा सिस्टम में लीकेज को भी रोकने का काम करेगा।
Self Services Puts Residents In Control
Aadhar Card को Authentication के रूप में उपयोग करना, व्यक्ति को अपने अधिकारों के बारे में Up-to-date जानकारी प्राप्त करना, सेवाओं की मांग करने, अपनी शिकयतों के निवारण करने में सक्षम होना चाहिए। निवासी के मोबाइल में स्वयं सेवा के मामले में “Two Factor Authentication”(जिसे की निवासी के रजिस्टर मोबाइल नंबर और निवासी के आधार पिन ज्ञान को साबित करके) का उपयोग करके सुरक्षा का भरोसा दिया जाता है।
Adhaar Card for Handicapped के Features क्या – क्या हैं ?
Uniqueness
ये Biometric डुप्लीकेट और डेमोग्राफिक प्रक्रिया द्वारा प्राप्त किया जाता है। डी-डुप्लीकेट, डेमोग्राफिक और बायोमेट्रिक की जानकारी को Enrollment Process के दौरान एकत्र किये गए UIDAI के डेटाबेस रिकॉर्ड के साथ Compare करती है ताकि ये जाना जा सके की निवासी पहले ही डेटाबेस में है या नहीं। व्यक्ति को सिर्फ एक बार ही एनरोल करने की आवश्यकता है और डी-डुप्लीकेट के बाद एक आधार ही जेनेरेट होगा। अगर कोई व्यक्ति एक से ज्यादा बार एनरोल करता है तो “Enrollment” को “Reject” कर दिया जायेगा।
Portability
Aadhar Card For Handicapped राष्ट्रिवयापी Portability देता है, क्योंकि ऐसे कही भी प्रमाणित किया जा सकता है। यह महत्वपूर्ण है क्योकि लाखों भारतीय एक राज्य से दूसरे राज्य या ग्रामीण क्षेत्र से शहरी केंद्रों आदि से प्रवास करते है।
Random Number
आधार नंबर किसी भी “Intelligence” से हटकर एक Random Number है, एनरोल करने वाले व्यक्ति को Enrollment Process के दौरान “Biometric” के साथ “Minimal Demographic” की जानकारी भी प्रदान करनी होगी। आधार एनरोलमेंट प्रक्रिया जाती, धर्म, स्वस्थ, भूगोल आदि का विवरण नहीं देती है।
Scalable Technology Architecture
UID आर्किटेक्चर खुला और स्केलेबल है। निवासी का डाटा केंद्रीय रूप से संग्रहित किया जाता है और “Authentication” देश में कही से भी ऑनलाइन किया जा सकता है। “Aadhar Authentication Services“ एक दिन में 100 मिलियन ऑथेंटिकेशन को संभालने के लिए बनाई गयी है।
Open Source Technology
ओपन सोर्स आर्किटेक्चर Specific Computer Hardware, Specific Storage, Specific OS, Specific Database Vendor, या स्केल करने के लिए Specific Vendor Technology पर निर्भरता को रोकता है। इस तरह के एप्लीकेशन ओपन सोर्स या ओपन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाए जाते है और एक विक्रेता “Neutral” तरीके से Scalability को संबोधित करने के लिए संरचित होते है और एक ही एप्लीकेशन के भीतर “Heterogeneous Software” के सह-अस्तित्व की अनुमति देते है।
प्रत्येक नयी आर्टिकल को सीधे अपने Whatsapp नंबर पर पाने के लिए क्लीक करें
Aadhar Card for Handicapped बनवाने के लिए कौन – कौन से डाक्यूमेंट्स की जरूरत होती है ?
Proof Of Identity (POI)
- Passport
- Pan Card
- Ration Card / PDS Photo Card
- Voter Id
- Driving License
- Arms License
- Photo Bank ATM Card
- Pension Photo Card
- Kisan Photo Card
- Photo Credit Card
- Marriage Certificate फोटो के साथ
- SC / ST / OBC Certificate फोटो के साथ
- School Leaving Certificate
- RSBY Card
- Bank Passbook Having Name & Photo
Proof Of Address
- Passport
- Pan Card
- Ration Card / PDS Photo Card
- Voter Id
- Driving License
- Arms License
- Photo Bank ATM Card
- Pension Photo Card
- Kissan Photo Card
- Photo Credit Card
- Marriage Certificate फोटो के साथ
- SC / ST / OBC Certificate फोटो के साथ
- School Leaving Certificate
- RSBY Card
- Bank Passbook Having Name & Photo
- Electricity bill
- Water Bill
- Passport Of Parents
- Passport Of Spouse
- Gas Connection
- Property Tax Receipt (not older than 1 year)
- Vehicle Registration Certificate
- School Identity Card
DOB (Date Of Birth) Documents
- Passport
- Pan Card
- Birth Certificate
- SSLC Book / Certificate
- Central / State Pension Payment Order
- School Leaving Certificate / School Transfer Certificate
- Discharge Slip / Slip Issued by Government Hospital For Birth of a Child
POR (Proof Of Relationship)
- PDS Card
- Pension Card
- Army Canteen Card
- Passport
- MANREGA Job Card
- Marriage Certificate Issued by Government
प्रत्येक नयी आर्टिकल को सीधे अपने Whatsapp नंबर पर पाने के लिए क्लीक करें
M-Aadhar Mobile Application क्या है ?
M Aadhar Mobile Application UIDAI की ऑफिसियल एप्लीकेशन है, जिसे Android और IOS मोबाइल के लिए लांच किया है। “M Aadhar Mobile Application में आप अपना आधार कार्ड Add कर सकते है और इसे कही भी कभी भी ले जा सकते है। आज कल आधार कार्ड सभी सेवाओं में जरूरी दस्तावेज बन गया है और इसकी कभी भी जरूरत पड़ सकती है। आधार कार्ड को हर समय पास रखने से उसके खो जाने का डर रहता है।
इसलिए UIDAI ने आधार कार्ड को डिजिटल प्लेटफार्म के रूप में लांच किया। आधार कार्ड का बैंक के साथ लिंक्ड होना, मोबाइल नंबर, Pan साथ ऐड होना जररूत। M Aadhar Mobile Application को आसानी से अपने मोबाइल में डाउनलोड कर सकते है। इस App की सुरक्षा के लिए इसको पासवर्ड से सुरक्षित किया जाता है, यूजर को हर बार M Aadhar Mobile Application को खोलने के लिए पासवर्ड भरना पड़ेगा।
M-Aadhar Mobile Application को अपने मोबाइल में कैसे Install करें ?
Step 1 : “Google Play Store” पर “M Aadhar Mobile Application” सर्च करें।
Step 2 : Install की ऑप्शन पर क्लिक करें।
Step 3 : मोबाइल में Downloading शुरू हो जाएगी। इस तरह आप M-Aadhar Application को अपने मोबाइल में Install कर सकते हैं।
प्रत्येक नयी आर्टिकल को सीधे अपने Whatsapp नंबर पर पाने के लिए क्लीक करें
Aadhar Card for Handicapped कैसे बनवा सकते है ?
Aadhar Card For Handicapped – हम सब जानते हैं की आधार कार्ड बनवाने के लिए व्यक्ति के दोनों हाथ की उंगलिया और दोनों आँखें काम करती होनी चाहिए तभी व्यक्ति का सामान आधार कार्ड Generate हो सकता है, क्योकि हाथ की उंगलियों और आँखों को स्कैन करने के बाद ही आधार बन सकता है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति के हाथ या उंगलिया काम नहीं करती या वो व्यक्ति विकलांग है तो उसका आधार कार्ड कैसे बनेगा ?
इसके लिए UIDAI के द्वारा सुपरवाइजर की मदद से Aadhar Card For Handicapped जेनेरेट किया जा सकता है।
निचे दी गयी परस्थितिओ में भी Aadhar Card For Handicapped बन सकता है ;
1 . जैसे की अगर किसी व्यक्ति की दोनों आँख काम नहीं करती लेकिन उसके दोनों हाथ सही है तो भी उस व्यक्ति का आधार कार्ड बन सकता है।
2 .या व्यक्ति का हाथ काम नहीं करता लेकिन उसका आँखें काम करती है तो व्यक्ति की आँखों को स्कैन करके आधार बन सकता है।
3 . अगर व्यक्ति की 10 उंगलिओं में से सिर्फ एक उंगली काम करती हो और आँखें भी काम न करती हो तो जो उंगली काम करती है उसको स्कैन करके Aadhar Card For Handicapped बन सकता है।
जैसे की बायोमेट्रिक प्रोसेस में दोनों हाथ और आँखों की डिटेल्स देनी होगी अगर दोनों हाथ काम नहीं करते हैं और सिर्फ एक आँख ही काम करती है तो Aadhar Biometric Exception में दोनों हाथ पर क्रॉस मार्क कर दिया जायेगा और जो आँख काम नहीं करती उस पर भी क्रॉस मार्क कर दिए जायेगा।
फिर जब स्कैनिंग होगी उस समय जिस हाथ और आँख पर क्रॉस मार्क किया गया था उसको छोड़ कर जो आँख कम करती है सिर्फ उसे स्कैन किया जायेगा। स्कैन करने के बाद Aadhar Card For Handicapped जेनेरेट हो जायेगा।
अगर कोई व्यक्ति दोनों आँखों और दोनों हाथो से विकलांग है उसका भी आधार कार्ड बन सकता है। उसके लिए स्पेशल डिटेल्स UIDAI को भेजना पड़ता है डिटेल्स मिलने के बाद UIDAI समय और दिन और तारीख निर्धारित करती है। फिर UIDAI के द्वारा निर्धारित तारीख को व्यक्ति को दिए गए पते पर जाना होगा उसके बाद सॉफ्टवेयर की मदद से उसका Aadhar Card For Handicapped बनवा दिया जायेगा।
प्रत्येक नयी आर्टिकल को सीधे अपने Whatsapp नंबर पर पाने के लिए क्लीक करें
Aadhar Card for Handicapped से संबंधित सवाल – जवाब (FAQ)
प्रश्न 1 : क्या कोई दूसरा व्यक्ति मेरे आधार नंबर को जानकर और उसका गलत इस्तेमाल करके मुझे नुक्सान पहुंचा सकता है ?
उत्तर : नहीं, यह अन्य दस्तावेज जैसे पासपोर्ट, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस की तरह है जिसका आप सर्विस प्रोवाइडर के साथ प्रोवाइडर के साथ स्वतंत्र रूप में उपयोग कर सकता है।
प्रश्न 2 : अगर कोई फ्रॉड मेरे आधार कार्ड की कॉपी प्राप्त करता है और मेरी जानकारी के बिना मेरे नाम पर मेरे बैंक खाते को खोलने की कोशिश करता है तो क्या मुझे नुक्सान होगा ?
उत्तर : कोई भी धोखेबाज़ किसी और का वोटर कार्ड / राशन कार्ड दिखा कर बैंक खाता खोलता है तो इसके लिए बैंक जिम्मेदार होगा।
प्रश्न 3 : क्या कोई धोखेबाज़ मेरे आधार से जुड़े बैंक खाते से पैसे निकल सकता है अगर उसे मेरा आधार नंबर पता है या उसके पास मेरा आधार कार्ड है ?
उत्तर : जैसे की बैंक से पैसे निकालने के लिए हस्ताक्षर, OTP, पिन, डेबिट कार्ड की जरूरत होती है वैसे ही आधार कार्ड के लिए Fingerprint, Registered Mobile Number, OTP की जरूरत होती है। आधार के दुरूपयोग प्रतिरूपण के प्रयास के कारण किसी भी आधार धारक को कोई नुक्सान नहीं होता।
प्रश्न 4 : VID की Expiry Date क्या है ?
उत्तर : VID की कोई Expiry Date नहीं है, VID तब तक वैध है जब तक आधार नंबर धारक द्वारा एक नया VID Generate नहीं होता।
प्रश्न 5 : अपने आधार कार्ड में अपना Gender कितनी बार चेंज करवाया जा सकता है ?
उत्तर : पूरी ज़िन्दगी में सिर्फ 1 बार ही Gender चेंज किया जा सकता है।
प्रश्न 6 : अपने आधार कार्ड में सी चीजे खुद चेंज कर सकते हैं ?
उत्तर : आधार कार्ड में निम्नलिखित डिटेल्स आप खुद चेंज कर सकते है जैसे की
- नाम
- पता
- लिंग
- जनम तिथि
- भाषा
प्रश्न 7 : आधार कार्ड में फोटो कितनी बार चेंज करवा सकते है ?
उत्तर : आधार कार्ड में फोटो चेंज करने की संख्या का कोई वर्णित नहीं है लेकिन अगर फोटो धुमिल हो जाता है या चेहरे में कोई परिवर्तन आ जाता है तो आधार कार्ड केंद्र में जाकर चेंज करवाया जा सकता है।
Source & Credit : www.uidai.gov.in
हो सकता है निम्नलिखित आर्टिकल आपके काम आये :
What is M Aadhar Mobile Application in Hindi
Best Way For Apply NRI Non Resident Indian Aadhar Card Online
What Is Aadhar Card SMS Services UIDAI In Hindi
7 easy way to check uidai aadhaar card status in hindi from mobile
2 Easiest way to change date of birth in aadhar card online
The fastest way for aadhar card name change online in 2021
प्रिये पाठको ! इस पोस्ट के सम्बन्ध में कोई सुझाव / शिकायत / Quary या कोई समस्या हो तो हमें कमेंट करके जरुर बताये और साथ में हर जरूरतमंद को ये पोस्ट जरुर शेयर करे .अपने द्वारा चुने गए टॉपिक जिसपर आप पोस्ट चाहते है वो भी हमें कमेंट बॉक्स में भेज सकते है।