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Gram Panchayat क्या होता है ?
हमारे देश की सबसे छोटी प्रसाशनिक इकाई ग्राम पंचायत होती है जिसका कार्य ग्रामीण स्तर पर कार्यपालिका और विधायिका से सम्बंधित सभी विकास के कार्यो को पूरा करना है. हमारे देश में 73 वे संविधान संशोधन के अनुसार गठित त्रिस्तरिये पंचायती राज के अंतर्गत Gram Panchayat की व्यवस्था की गयी है. एक Gram Panchayat में एक या एक से अधिक गाँव हो सकते है . वर्तमान समय में करीब 2,50,000 Gram Panchayat है (wekkipedia के अनुसार). ऐसा स्थानीय क्षेत्र जिसमे कोई गाँव या गांवों का समूह या उसका कोई भाग हो तथा जिसके क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 7000 या उसके आसपास हो, ग्राम पंचायत कहलाता है .
जनसँख्या के आधार पर (लगभग 500 व्यक्ति के समूह को) छोटे – छोटे निर्वाचन इकाई में बिभक्त किया जाता है जिसे “प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र / वार्ड” कहा जाता है. पुरे पंचायत की देख रेख करने के लिए “सरपंच” होते है. प्रत्येक “प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र / वार्ड” में एक “ग्राम पंचायत सदस्य” का निर्वाचन किया जाता है . सभी का कार्यकाल 5 साल तक ही होता है. प्रत्येक वार्ड में भी ग्राम पंचायत का एक सदस्य होता है जिसे “वार्ड मेम्बर / पंचायत मेम्बर / पंच” कहा जाता है. वार्ड मेम्बर का चुनाव भी गाँव के लोगो द्वारा ही किया जाता है.
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Gram Panchayat के क्या – क्या काम होते है ?
Gram Panchayat के सम्पुर्ण कार्यो को कुल तीन भागो में बाटा गया है :-
1. संसाधनों के प्रबंधन एव उत्पादन सम्बन्धी कार्य
2. ग्रामीण व्यवस्था एव निर्माण सम्बन्धी कार्य
3. मानवीय क्षमता एव वृधि सम्बन्धी कार्य
Gram Panchayat के Production & Management of Resources सम्बन्धी कार्य
इसके अंतर्गत निम्नलिखित कार्य आते है :
⇒ कृषि तथा कृषि विस्तार संबंधी कार्य
⇒ सामाजिक और फार्म वनौद्योग , लघु वन उत्पादन , इंधन और चारा संबंधी कार्य
⇒ पशुपालन , दुग्ध उद्योग और मुर्गी पालन संबंधी कार्य
⇒ मछली पालन संबंधी कार्य
⇒ खादी , ग्राम तथा कुटीर उद्योग संबंधी कार्य
⇒ ग्रामीण स्वच्छता एव पर्यावरण उद्योग संबंधी कार्य
Gram Panchayat के Village Management & Construction सम्बन्धी कार्य
इसके अंतर्गत निम्नलिखित कार्य आते है :-
⇒ ग्रामीण गृह निर्माण संबंधी कार्य
⇒ पेयजल व्यवस्था संबंधी कार्य
⇒ सड़क , भवन , पुल , पुलिया एव जलमार्ग संबंधी कार्य
⇒ विधुतीकरण एव वितरण संबंधी कार्य
⇒ गैर परंपरागत उर्जा स्त्रोत संबंधी कार्य
⇒ जन वितरण प्रणाली सम्बन्धी कार्य
⇒ सार्वजानिक सम्पति के रख – रखाव सम्बन्धी कार्य
⇒ बाज़ार तथा मेले से सम्बंधित कार्य
⇒ ग्रामीण पुस्तकालय तथा वाचनालय सम्बन्धी कार्य
⇒ खटाल , कच्चे घर तथा ठेला स्टैंड का निर्माण तथा रख – रखाव सम्बन्धी कार्य
⇒ कसाई खानों के निर्माण और रख – रखाव सम्बन्धी कार्य
⇒ सार्वजानिक पार्क एव खेलकूद के मैदान के निर्माण एव रख – रखाव सम्बन्धी कार्य
⇒ सार्वजानिक स्थानों पर कूड़ा दान के व्यवस्था सम्बन्धी कार्य
⇒ झोपड़ियो एव् शेडो के निर्माण तथा नियंत्रण सम्बन्धी कार्य
⇒ कार्यो के लिए योजना बनाना एव बजट तैयार करना
⇒ अतिक्रमण हटाना
⇒ बाढ़ , सुखाड़ इत्यादि प्राकृतिक आपदाओं में आम जन को सहायता प्रदान करना
⇒ गाँव के सांखिकीय आकड़ो को सुरक्षित रखना
⇒ धर्मशाला , छात्रावाश इत्यादि भवनों का निर्माण एव रख – रखाव करना
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Gram Panchayat के Human Power & Development सम्बन्धी कार्य
इसके अंतर्गत निम्नलिखित कार्य आते है :-
⇒ प्राथमिक एव माध्यमिक स्तर तक शिक्षा सम्बन्धी कार्य
⇒ व्यस्क शिक्षा तथा अनौपचारिक शिक्षा सम्बन्धी कार्य
⇒ लोक स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण सम्बन्धी कार्य
⇒ महिला एव बाल विकास सम्बन्धी कार्य
⇒ गरीबी उन्मूलन सम्बन्धी कार्य
⇒ समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण सम्बन्धी कार्य
⇒ सामाजिक , सांस्कृतिक एव खेल – कूद को बढ़ावा देने से सम्बंधित कार्य
⇒ दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सामाजिक कल्याण सम्बन्धी कार्य , इत्यादि .
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Gram Panchayat में मुखिया के क्या – क्या काम होते है ?
Gram Panchayat में मुखिया के निम्न कार्य होते है :-
⇒ ग्राम सभा एव ग्राम पंचायत की बैठक आयोजित करना और उसकी अध्यक्षता करना
⇒ बैठक का कार्य व्यवहार संभालना और अनुशाशन कायम रखना
⇒ एक वर्ष में ग्राम सभा की कम से कम चार बैठक सुनिश्चित करना
⇒ पूंजी कोष पर विशेष नजर रखना
⇒ ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रशाशन की देख – रेख करना
⇒ पंचायत में कार्यरत कर्मचारियों की देख – रेख और दिशा नियंत्रण करना
⇒ पंचायत की कार्य योजनाओ और प्रस्तावों को लागू करना
⇒ पंचायत के विभिन्न रजिस्टरों के रख – रखाव की व्यवस्था करना
⇒ पंचायत द्वारा तय किये गए टैक्स , चंदा और फ़ीस की वसूली का इंतजाम करना
⇒ पंचायत में विभिन्न निर्माण कार्य को कार्यान्वित करने की व्यवस्था करना
⇒ केंद्र सरकार , राज्य सरकार या किसी अन्य कानून द्वारा सौपे गए कार्य को पूरा करना , इत्यादी
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Gram Panchayat में मुखिया उसके पद से कैसे हटाया जा सकता है ?
Gram Panchayat में मुखिया को दो तरीको से उनके पद से हटाया जा सकता है :-
मुखिया स्वयं अपने पद से त्याग पत्र दे , जिसके अंतर्गत –
➤ मुखिया स्वयं जिला पंचायत राज पदाधिकारी को अपना त्याग पत्र सौपते है.
➤ जिला पंचायत राज पदाधिकारी को त्याग पत्र मिलने की तिथि से 7 दिनों के अन्दर मुखिया अपने पद को छोड़ सकते हैं.
➤ यदि त्याग पत्र देने के 7 दिनों के अन्दर मुखिया अपना त्याग – पत्र वापस ले लेते है तो वे दुबारा अपने पद पर आसीन हो सकते हैं.
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गाँव के लोगो द्वारा मुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाये
➤ इसके लिए Gram Panchayat के कुल मतदाताओ की संख्या जितनी होगी उसके 5 वे हिस्से के मतदाता लिखित तौर पर अपना अविश्वास प्रस्ताव तैयार करते हैं. (उदहारण के लिए : यदि किसी पंचायत में कुल मतदाताओ की संख्या 5000 है तो अविश्वास प्रस्ताव के लिए कम से कम 1000 व्यक्तियों की सहमती होनी चाहिए)
➤ सभी 5 वे हिस्से के मतदाता उस प्रस्ताव पर हस्ताखर करते हैं.
➤ हस्ताक्षरित प्रस्ताव को जिला पंचायती राज पदाधिकारी के सामने पेश किया जाता हैं.
➤ जिला पंचायती राज पदाधिकारी अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के 7 दिनों के अन्दर उस पंचायत में सभी मतदाताओ की एक बैठक बुलाएगा.
➤ इसके लिए बैठक होने की तिथि निर्धारित की जाएगी और इसकी सुचना दी जाएगी. बैठक की अध्यक्षता स्वयं जिला पंचायत पदाधिकारी करते है.
➤ बैठक की तारीख सुचना देने के 15 दिनों के अन्दर होनी चाहए
➤ बैठक में प्रस्ताव की मंजूरी हो जाने पर मुखिया को उसी दिन से अपने पद का त्याग करना पड़ता है.
➤ यदि बैठक में प्रस्ताव पारित नहीं होता है तो मुखिया अपने पद पर बने रहेंगे और प्रस्ताव नामंजूर होने की तिथि से अगले 1 साल तक उनके खिलाफ कोई दूसरा अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सकेगा.
➤ शुरूआत में मुखिया पद ग्रहण करने की तिथि से अगले 2 साल तक इस तरह का कोई अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सकता.
➤ मुखिया के पुरे 5 साल के कार्यकाल के अंतिम 6 महीनो (अर्थात शपथ ग्रहण करने की तिथि से चार साल 6 महीने के बाद) में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश नहीं किया जा सकता.
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source & Credit : Bihar Panchayati raj act 2006, http://www.biharprd.bih.nic.in
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Gram Panchayat से सम्बंधित सवाल – उनके जबाब (FAQ)
प्रश्न : ग्राम सभा की बैठक कितने दिनों के अन्तराल पर होनी चाहिए ?
उत्तर : सामान्यतः तीन महीने पर
प्रश्न : ग्राम सभा की बैठक में कम से कम कितने लोगो का होना आवश्यक है ?
उत्तर : Gram Panchayat में कुल मतदाता के 20 वे हिस्से के लोग
प्रश्न : मुखिया का पद कितने दिनों तक लगातार रिक्त रहने पर दुबारा चुनाव होते है ?
उत्तर: 6 महीने
प्रश्न : ग्राम रक्षा दल का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम उम्र क्या होनी चाहिए ?
उत्तर: 18 से 30 वर्ष
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